| पौधे का नाम | छुईमुई / लाजवंती / छोईमुई (Mimosa Pudica) | 
| वैज्ञानिक नाम | Mimosa pudica | 
| परिवार | Fabaceae (मटर परिवार) | 
| प्राकृतिक क्षेत्र | भारत, दक्षिण एशिया, अफ्रीका, और कुछ अन्य उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। | 
| प्रकार | झाड़ी (Shrub) | 
| ऊंचाई | 30 से 100 सेंटीमीटर (1-3 फीट) | 
| पत्तियाँ | दोहरी पत्तियाँ, जो बहुत नाजुक होती हैं और छूने पर सिकुड़ जाती हैं। | 
| फूल | छोटे, गुलाबी रंग के होते हैं, जो गुच्छों में खिलते हैं। | 
| धूप की आवश्यकता | पूर्ण सूर्य या आंशिक धूप | 
| मिट्टी | हल्की और उपजाऊ मिट्टी, अच्छी जल निकासी वाली | 
| सिंचाई | नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है, लेकिन जलभराव से बचें | 
| खाद और उर्वरक | संतुलित NPK उर्वरक और जैविक खाद का प्रयोग करें | 
| स्वास्थ्य लाभ | 1. छुईमुई का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में मानसिक शांति, नींद और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है। | 
|  | 2. यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और आंतों की समस्याओं में राहत प्रदान करता है। | 
|  | 3. इसके पत्तों का उपयोग घावों और सूजन को ठीक करने में भी किया जाता है। | 
| विशेषता | इसकी पत्तियाँ बाहरी उत्तेजना जैसे छूने, वायुमंडलीय दबाव, या हल्की थपकी पर सिकुड़ जाती हैं। यह अपनी यह अनोखी प्रतिक्रिया के लिए प्रसिद्ध है। | 
| रासायनिक गुण | इसके पत्तों, फूलों और जड़ों में एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल, और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। | 
| कीट और रोग | यह पौधा आमतौर पर कीटों से प्रभावित नहीं होता है, लेकिन कभी-कभी यह कुछ सामान्य बैक्टीरियल संक्रमणों से प्रभावित हो सकता है। | 
| सजावट में उपयोग | यह पौधा बगीचों में सजावट के लिए उपयोग किया जाता है, खासकर इसकी खास विशेषता (पत्तियों का सिकुड़ना) के कारण। | 
| पौधे की जीवनकाल | यह पौधा 2-3 वर्षों तक जीवित रहता है, लेकिन अच्छे देखभाल से इसकी जीवनकाल को बढ़ाया जा सकता है। |