| पौधे का नाम | (Grapefruit) | 
| वैज्ञानिक नाम | Citrus × paradisi | 
| परिवार (Family) | Rutaceae (नींबू परिवार) | 
| प्राकृतिक जलवायु | उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र; हल्की सर्दी सहन करता है | 
| परिचय | यह खट्टा-मीठा, रसदार फल नींबू जाति का है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। | 
| उपयोग / लाभ | • इम्यूनिटी बढ़ाता है • वजन कम करता है • पाचन में सहायक • त्वचा व दिल के लिए अच्छा | 
| सिंचाई | सप्ताह में 2-3 बार; गर्मी में अधिक जल दें, वर्षा में कम | 
| धूप | 6–8 घंटे की सीधी धूप ज़रूरी | 
| मिट्टी | दोमट, बलुई-दोमट मिट्टी जिसमें जल निकासी अच्छी हो | 
| खाद और उर्वरक | 3 महीने में जैविक खाद दें; नीम खली, गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट उपयोगी है | 
| रोग और कीट नियंत्रण | • नींबू तेला, एफिड्स से बचाव के लिए नीम तेल का छिड़काव करें • पत्तों पर दाग दिखें तो बायोफंगीसाइड उपयोग करें | 
| फसल का समय | फल लगने की शुरुआत – रोपण के 3 से 4 साल बाद | 
| उत्पादन क्षमता | प्रति पौधा 150–300 फल प्रति वर्ष (उम्र और देखभाल पर निर्भर) | 
| बाजार में मांग | चकोतरा का जूस, सलाद, और औषधीय उपयोग के कारण अधिक मांग | 
| बिक्री सुझाव | • स्थानीय फल मंडी या हर्बल/फार्मसी चेन से संपर्क करें • ऑनलाइन ऑर्डर / होम डिलीवरी सेवा जोड़ें | 
| रोपण का समय | वसंत ऋतु (फरवरी से अप्रैल) | 
| अन्य जानकारी | • दवाइयों के साथ रस लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें • ग्राफ्टेड पौधे बेहतर फल देते हैं | 
| उपलब्धता | Organic Hariyali Nursery | 
| संपर्क नंबर | 📞 +91 77000 74796 | 
| वेबसाइट लिंक | 🌐 https://organicharyalinursery.in |